चारधाम यात्रा- पहले एक माह तक नहीं मिलेगा वीआईपी दर्शन, आम श्रद्धालुओं को मिलेगी प्राथमिकता..
उत्तराखंड: मुख्यमंत्री सचिव व गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडेय का कहना हैं कि चारधाम यात्रा की शुरुआत में तीर्थयात्रियों की भारी भीड़ को ध्यान में रखते हुए पहले एक माह तक वीआईपी दर्शन की अनुमति नहीं होगी। यदि कोई वीआईपी आम श्रद्धालुओं की तरह दर्शन करना चाहता है, तो उसका स्वागत किया जाएगा। इस फैसले का उद्देश्य तीर्थयात्रियों को सुगम दर्शन की सुविधा देना है। यह निर्णय चारधाम यात्रा को सुचारु और व्यवस्थित बनाने के लिए लिया गया है, जिससे आम श्रद्धालुओं को बिना किसी बाधा के दर्शन करने का अवसर मिल सके।
गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडेय ने मीडिया से बातचीत में कहा कि चारधाम यात्रा में भीड़ नियंत्रण के लिए इस बार विशेष इंतजाम किए गए हैं। यात्रा के पहले एक माह तक वीआईपी दर्शन नहीं होंगे। प्रोटोकॉल के तहत वीआईपी दर्शन से आम श्रद्धालुओं को रोका जाता था, इस बार ऐसा नहीं होगा। उनका कहना हैं कि कुछ निर्णय प्रशासन स्थिति के अनुसार भी लेता है। प्रशासन को लगता है कि धामों में भीड़ कम है तो वीआईपी दर्शन पर पुनर्विचार किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस बार चारधाम यात्रा मार्गों पर हर 10 किमी पर पुलिस व मोबाइल टीम तैनात रहेगी। भीड़ प्रबंधन के लिए यात्रा मार्गों पर होल्डिंग एरिया चिन्हित किए गए। जहां पर श्रद्धालुओं को ठहरने व खाने की निशुल्क व्यवस्था की जाएगी। पांच अप्रैल को दोबारा से यात्रा तैयारियों की समीक्षा की जाएगी।