MDDA की 111वीं बोर्ड बैठक सम्पन्न, 1000 करोड़ रुपये का बजट पेश, 75 प्रकरणों पर हुई चर्चा..
उत्तराखंड: मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण (MDDA) की 111वीं बोर्ड बैठक गुरुवार को गढ़वाल मंडल आयुक्त एवं बोर्ड अध्यक्ष की अध्यक्षता में सचिवालय स्थित कार्यालय में संपन्न हुई। बैठक की शुरुआत में प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ने अध्यक्ष एवं उपस्थित माननीय सदस्यों का स्वागत किया। बैठक में पूर्व में आयोजित 110वीं बोर्ड बैठक में लिए गए निर्णयों की अनुपालन आख्या को बोर्ड के समक्ष प्रस्तुत किया गया। बोर्ड सदस्यों ने रिपोर्ट की समीक्षा करते हुए प्राधिकरण के कार्यों की प्रगति की जानकारी ली और आगामी कार्ययोजना पर भी चर्चा की। बैठक के दौरान प्राधिकरण से जुड़े विभिन्न विकासात्मक मुद्दों, योजनाओं, निर्माण परियोजनाओं और नियमन से संबंधित प्रस्तावों पर भी विचार-विमर्श किया गया। MDDA की यह बैठक शहरी विकास और योजनाओं की पारदर्शिता तथा बेहतर कार्यान्वयन सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कड़ी मानी जा रही है।
बैठक की शुरुआत में प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ने अध्यक्ष और माननीय सदस्यों का स्वागत किया, जिसके पश्चात 110वीं बोर्ड बैठक में लिए गए निर्णयों की पुष्टि की गई। इसके साथ ही 111वीं बोर्ड बैठक की कार्रवाई औपचारिक रूप से आरंभ हुई। इस बैठक में कुल 75 प्रकरणों पर चर्चा की गई, जिन पर नियमानुसार कार्यवाही करते हुए बोर्ड ने सहमति प्रदान की। बैठक का एक अहम पहलू रहा वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए MDDA द्वारा लगभग 1,000 करोड़ रुपये का बजट प्रस्तावित किया जाना। यह बजट प्रस्ताव देहरादून और मसूरी क्षेत्र के तेजी से हो रहे विकास और अधोसंरचना संबंधी आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए एक दूरदर्शी और महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है। बैठक के दौरान विकास परियोजनाओं, शहरी नियोजन, आधारभूत संरचनाओं के उन्नयन और जनसुविधाओं के विस्तार से संबंधित कई प्रस्तावों पर विचार-विमर्श किया गया। MDDA की यह बैठक शहरी विकास की दिशा में ठोस नीति निर्धारण और पारदर्शी निर्णय प्रक्रिया को आगे बढ़ाने का एक सशक्त उदाहरण मानी जा रही है। बैठक में आम जनमानस से जुड़ी परियोजनाओं पर भी सहमति बनी। इसमें ईको रिसॉर्ट, होटल, व्यावसायिक निर्माण, आवासीय नक्शों आदि से जुड़े मामलों को मंजूरी दी गई। इसके साथ ही धैलास और आमवाला तरला आवासीय योजनाएं और आढ़त बाजार परियोजना की प्रगति की समीक्षा की गई।
बैठक में शहर के बढ़ते जनघनत्व को देखते हुए नई आवासीय योजना के लिए भूमि चयन पर भी विचार किया गया। इस पहल का उद्देश्य आम नागरिकों को सस्ते दर पर आवास उपलब्ध कराना है, जिससे हर वर्ग को आवासीय सुविधाएं प्राप्त हो सकें। इस दौरान अध्यक्ष महोदय ने आमवाला तरला और ISBT आवासीय परियोजना में निर्मित फ्लैटों की बिक्री तथा उससे आय वृद्धि के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि इन पहलों से न केवल प्राधिकरण की वित्तीय स्थिति मजबूत होगी, बल्कि नागरिकों को गुणवत्तापूर्ण आवास भी उपलब्ध होंगे। बैठक में शहरी नियोजन, अधोसंरचना विकास, और निवेशकों के लिए आकर्षक माहौल तैयार करने पर भी चर्चा हुई। यह बैठक देहरादून और मसूरी के सुनियोजित विकास की दिशा में एक ठोस कदम मानी जा रही है। बोर्ड ने औद्योगिक विकास की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाते हुए आईटी कंपनियों की स्थापना हेतु ‘लैण्ड पूलिंग’ के तहत भूमि क्रय करने पर भी सहमति जताई।